हमारे अच्छे स्वास्थ्य और फिट शरीर को रखने के लिए ग्रीन टी एक अहम भूमिका निभाती है और इसके ज्यादा फायदे होने के कारण आज विश्व भर मै इसका उपयोग तेजी से बड़ रहा है।
सबसे पहले हम जानते हैं की ग्रीन टी क्या होती है और इसको केसे बनाया जाता है
1.ग्रीन टी क्या होती है:-
ग्रीन टी को केमलिया साइनेन्सिस पौधे से बनाया जाता है इस पौधे की पत्ती यो का प्रयोग केवल ग्रीन टी में ही नही किया जाता बल्कि ब्लैक टी को बनाने मे बी इसकी पत्तीयो का उपयोग होता है लेकिन ब्लैक टी की अपेक्षा ग्रीन टी को मानव शरीर के लिए उपयोगी माना गया है क्योंकि इसके द्वारा मानव शरीर स्वस्थ और फिट रहता है भले ही ग्रीन टी और ब्लैक टी एक पौधे से प्राप्त होती हो लेकिन इनको बनाने का तरीका अलग अलग होता है जब ग्रीन टी का उत्पादन किया जाता है तब ताजे पत्तों को तोड़ने के बाद तुरंत भाप दी जाती है जिस से उत्पादन में वृद्धि और उच्च मात्रा में किया जा सके।
2.ग्रीन टी :- Benefits of green tea in Hindi :-
ग्रीन टी के फायदे कई सारे होते हैं जैसे मोटापा और मधुमेह को नियंत्रण करने मे सहायता करता है और साथ ही कैंसर जैसी खतरनाक रोगों से शरीर का बचाव करने मे मदद करता है ग्रीन टी हमारे स्वास्थ्य के साथ साथ यह हमारी त्वचा और बालों के लिए बी बहुत लाभदायक होती है।
नीचे दिए गए ग्रीन टी के लाभ
•वजन कम करने मे
•मस्तिक संतुलन
•मुंह के स्वास्थ्य के लिए
•मधुमेह रोकने मे
•कोलेस्ट्रॉल के सत्तर को कम करने मे
•कैसर से बचाने मे
•ब्लड प्रेशर को कम करने मे
•हृदय के लिए
•तनाव दूर करने मे
•त्वचा के लिए
•ग्रीन टी के पौष्टिक तत्व:-nutritinoal value of green tea in Hindi
पोषक तत्व प्रति
पानी 99.93 ग्राम
एनर्जी 1 केसीएल
प्रोटीन 0.22 ग्राम
आयरन 0.02 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 1 मिलीग्राम
पोटेशियम 8 मिलीग्राम
सोडियम 1 मिलीग्राम
जिंक 0.01मिलीग्राम
कॉपर 0.004 मिलीग्राम
मैंगनीज 0.184 मिलीग्राम
थियामिन 0.007 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन 0.058 मिलीग्राम
नियासिन 0.03 मिलीग्राम
विटामिन बी -6 0.005 मिलीग्राम
कैफीन 12 मिलीग्राम
• ग्रीन टी बनाने की विधि:- How to prepare green tea in Hindi
ग्रीन टी को बनाना बहुत आसान होता है इसलिए आसानी से ग्रीन टी बनाने के लिए नीचे दी गई कुछ जानकारी को पड़े।
1. पत्ते वाली ग्रीन टी:-
सामग्री:- एक चमच ग्रीन टी के पते
•चाय की छन्नी
•एक कप पानी
बनाने की विधि:- सबसे पहले चाय की छन्नी रखे
• इस छन्नी मे ग्रीन टी के पत्ते डाले और फिर उपर से इसमें गर्म पानी डाल दे ।
• ग्रीन टी के पत्तो को थोड़ा चमच से दबा दे और ध्यान रखे की पत्तो को ज्यादा ना दबाए जिस से ग्रीन टी ज्यादा कड़वी ना हो ।
• ग्रीन टी मे अपने स्वाद अनुसार थोड़ा सा शहद बी मिला सकते हैं ।
2.टी बैग वाली ग्रीन टी:-
सामग्री:- एक ग्रीन टी बैग
• एक कप गर्म पानी
विधि:- एक कप गर्म पानी में ग्रीन टी के बैग को दो से तीन मिनट तक बिगो के रखे
• समय पूरा होने पर ही बैग को निकाल ले
• स्वाद अनुसार आप शहद मिला सकते हैं
3. पाउडर वाली ग्रीन टी :-
सामग्री:- आधा या एक चमच ग्रीन टी पाउडर
• एक कप पानी
• एक चमच शहद
विधि:- एक बर्तन मे पानी गर्म करे और कुछ सेकंड के लिए ठंडा होने दे ।
• अब इसमें आधा या एक चमच ग्रीन टी पाउडर डाले।
• तीन से पांच मिनट के लिए इसे पानी में घुलने के लिए छोड़ दे ।
• समय पूरा होने पर इसे चाय की छन्नी में छान ले ।
• और अपने स्वाद अनुसार शहद मिला कर सेवन करे ।
ग्रीन टी के फायदे जानने के बाद इसके कुछ नुक्सान के बारे मे और जान लेते ह जिस से हमारे स्वास्थ्य पर कोई प्रबाव ना पड़े ।
• ग्रीन टी के नुक्सान - side effect of green tea in Hindi :-
ग्रीन टी के जहा कई बेनिफिट्स होते हैं तो इसके साथ साथ इसके नुक्सान बी होते हैं जो हमारे शरीर के लिए ठीक नहीं है।
• ग्रीन टी का ज्यादा सेवन करना हमारे पेट और लिवर के लिए हानिकारक होता है इसलिए उचित मात्रा मे ही इसका सेवन करना चाहिए।
• ग्रीन टी मे कैफिन की मात्रा ज्यादा होती है जो शरीर के लिए नुक्सानदायक होता है जिससे उचित मात्रा मे नींद न आना , चिंतित रहना जेसी परेशानी हो सकती है
•गर्भवती महिला के लिए ग्रीन टी बहुत नुक्सानदायक हो सकती ह जब वह ज्यादा मात्रा मे इसका सेवन करती ह क्योंकि ग्रीन टी मे कैफिन की मात्रा अधिक होती है इसलिए गर्भावस्था में ज्यादा इसे ज्यादा पीने से यह आपके गर्भ काल को लंबा कर सकता है इसलिए डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसे उचित मात्रा मे इसका सेवन करे।
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अक्सर लोगों के दिमाग मे रहने वाले सवाल ?
1. सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीने के क्या फायदे होते हैं:-
खाली पेट ग्रीन टी पीना शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है क्योंकि यह शरीर के वजन को नियत्रित करता है और ज्यादा मोटापा को बड़ने से रोकता है
2. क्या सोने से पहले ग्रीन टी पीनी चाहिए?
नही, सोने से पहले कभी बी ग्रीन टी नही पीनी चाहिए क्योंकि इसमें कैफिन की मात्रा अधिक होती है जिस से हमारी नींद मे यह बाधा डालती है
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